चंदन, तिलक थाल लिए करो स्वागत चंदन, तिलक थाल लिए करो स्वागत
प्रेम रस घोलत जोहत कत तुम श्याम मुरली सोहत। प्रेम रस घोलत जोहत कत तुम श्याम मुरली सोहत।
अब तो धुएँ पे भी देखो जमकर के रोटियाँ सेकी जा रही है। अब तो धुएँ पे भी देखो जमकर के रोटियाँ सेकी जा रही है।
सुबह-सुबह निकल लिए, ट्यूशन बहाने। सुबह-सुबह निकल लिए, ट्यूशन बहाने।
इतनी बात बताने आये जग में तुलसीदास जन आम को। इतनी बात बताने आये जग में तुलसीदास जन आम को।
दिल धड़कता है मेरा लेकिन कोई शोर तो नहीं। दिल धड़कता है मेरा लेकिन कोई शोर तो नहीं।